Monday, 27 December 2010

श्री कृष्ण कुमार यादव









अपने नाम को सार्थक करते आधुनिक श्री कृष्ण कुमार यादव ।
भारतीय डाक सेवा में अधिकारी. सूरत, लखनऊ, कानपुर के बाद फ़िलहाल निदेशक पद पर अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में. जवाहर नवोदय विद्यालय, जीयनपुर आज़मगढ़ से 1994 में इंटर एवं तत्पश्चात इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1999 में राजनीति-शास्त्र में परास्नातक. डाक सेवाओं मूलत: चिट्ठियों से मेरा गहरा नाता है. इसलिए नहीं कि मैं डाक विभाग से जुड़ा हूँ, बल्कि इसलिए भी कि मैं साहित्य से जुड़ा हूँ. समय मिलता है तो कुछ लिख-रच लेता हूँ. एक काव्यसंकलन "अभिलाषा" सहित दो निबंध-संकलन "अभिव्यक्तियों के बहाने" तथा "अनुभूतियाँ और विमर्श" एवं संपादित कृति "क्रांति-यज्ञ" का प्रकाशन. भारतीय डाक पर- ''India Post : 150 Glorious Years'' पुस्तक प्रकाशित. व्यक्तित्व-कृतित्व पर "बाल साहित्य समीक्षा (कानपुर)" व "गुफ्तगू (इलाहाबाद)" पत्रिकाओं द्वारा विशेषांक जारी. शोधार्थियों हेतु व्यक्तित्व-कृतित्व पर इलाहाबाद से "बढ़ते चरण शिखर की ओर : कृष्ण कुमार यादव" (सं0- दुर्गाचरण मिश्र) प्रकाशित. समकालीन हिंदी साहित्य में नया ज्ञानोदय, कादम्बिनी, सरिता, नवनीत, आजकल, वर्तमान साहित्य, उत्तर प्रदेश, अकार, लोकायत, गोलकोण्डा दर्पण, उन्नयन, दैनिक जागरण, अमर उजाला, जनसत्ता, राष्ट्रीय सहारा, स्वतंत्र भारत, आज, छपते-छपते, द सण्डे इण्डियन, इण्डिया न्यूज,शुक्रवार, अक्षर पर्व, अक्षर शिल्पी, युग तेवर, मधुमती, गोलकोंडा दर्पण, इन्द्रप्रस्थ भारती, शेष, अक्सर, आधारशिला, वीणा, इरावती, योजना, साहिती सारिका, परती पलार, युगीन काव्या, अलाव, अभिनव कदम, शब्द, समर लोक, सरस्वती सुमन, सनद, बयान, युद्धरत आम आदमी, संवेद वाराणसी, हरसिंगार, संकल्य, प्रसंगम, इत्यादि सहित 250 से ज्यादा पत्र-पत्रिकाओं व 50 से ज्यादा प्रतिष्ठित संकलनों में विभिन्न विधाओं में रचनाओं का प्रकाशन. अंतर्जाल पर सृजनगाथा, अनुभूति, अभिव्यक्ति, साहित्यकुंज, साहित्यशिल्पी, रचनाकार, लिटरेचर इंडिया, हिंदीनेस्ट, हिंदी मीडिया, काव्यांजलि, स्वतंत्र आवाज़, शब्दकार, समय दर्पण, युग मानस, कथा व्यथा, स्वर्गविभा, वांग्मय पत्रिका, कलायन, आखर कलश, सप्तरंगी प्रेम इत्यादि वेब-पत्रिकाओं में विभिन्न विधाओं में रचनाओं का प्रकाशन. आकाशवाणी लखनऊ, कानपुर, पोर्टब्लेयर से कविताओं, सामयिक लेख, वार्ता का समय-समय पर प्रसारण. अंतर्जाल पर 'शब्द सृजन की ओर' और 'डाकिया डाक लाया' ब्लॉग का सञ्चालन. तमाम ब्लॉगों में सहभागिता. कानपुर में मेरे विदाई-समारोह में चर्चित साहित्यकार और लेखक पद्मश्री गिरिराज किशोर जी ने एक बड़ी अच्छी बात कही कि- " चिट्ठियों और साहित्य दोनों का ही संवेदनाओं से अटूट रिश्ता है." यह अनायास ही नहीं है कि दुनिया की तमाम नामी-गिरामी हस्तियों का किसी न किसी रूप में इस संवेदनशील डाक व्यवस्था से जुड़ाव रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति रहे अब्राहम लिंकन पोस्टमैन तो भारत में पदस्थ वायसराय लार्ड रीडिंग डाक वाहक रहे। विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक व नोबेल पुरस्कार विजेता सी0वी0 रमन भारतीय डाक विभाग में अधिकारी रहे वहीं प्रसिद्ध साहित्यकार व ‘नील दर्पण‘ पुस्तक के लेखक दीनबन्धु मित्र पोस्टमास्टर थे। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित लोकप्रिय तमिल उपन्यासकार पी0वी0अखिलंदम, राजनगर उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित अमियभूषण मजूमदार, फिल्म निर्माता व लेखक पद्मश्री राजेन्द्र सिंह बेदी, मशहूर फिल्म अभिनेता देवानन्द डाक व्यवस्था से जुड़े रहे हैं। उपन्यास सम्राट प्रेमचन्द जी के पिता अजायबलाल डाक विभाग में ही क्लर्क रहे। ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता मशहूर लेखिका महाश्वेता देवी ने आरम्भ में डाक-तार विभाग में काम किया था तो प्रसिद्ध बाल साहित्यकार डा0 राष्ट्रबन्धु भी पोस्टमैन रहे। सुविख्यात उर्दू समीक्षक पद्मश्री शम्सुररहमान फारूकी, शायर कृष्ण बिहारी नूर, महाराष्ट्र के प्रसिद्ध किसान नेता शरद जोशी सहित तमाम विभूतियाँ डाक विभाग से जुड़ी रहीं। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री सुश्री मायावती भी डाक-तार विभाग के कर्मचारी की ही पुत्री हैं। साहित्य जगत में अपनी पहचान स्थापित करने वाले तमाम चर्चित नाम- कवि तेजराम शर्मा, कहानीकार दीपक कुमार बुदकी, कथाकार ए. एन. नन्द, शायर मु०अब्दाली, गीतकार राम प्रकाश शतदल, गजलकार केशव शरण, कहानीकार व समीक्षक गोवर्धन यादव, बाल साहित्यकार डा0 राष्ट्रबंधु, लघु कथाकार बलराम, लघु कथाकार कालीचरण प्रेमी, लघु कथाकार अनुराग लाक्षाकर, मंचीय कवि जवाहर लाल 'जलज', शारदानंद दुबे, जितेन्द्र कुमार, शायर आलम खुर्शीद इत्यादि भारतीय डाक विभाग की समृद्ध परंपरा के ही अंग हैं। कहना गलत न होगा कि तमाम मशहूर शख्सियतें डाक विभाग की गोद में अपनी काया का विस्तार पाने में सफल रहीं और मुझे गौरव है कि मैं भी इसी व्यवस्था का अभिन्न अंग हूँ. अंतर्जाल पर आप मेरे ब्लॉग 'शब्द सृजन की ओर' और 'डाकिया डाक लाया' पर मेरी अभिव्यक्तियों और भावनाओं से परिचित हो सकते हैं !!






Friday, 1 October 2010

राजद अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव


कानून की पढाई में स्नातक और राजनीती विज्ञानं से परास्नातक श्री लालू प्रसाद यादव पटना युनिवेर्सिटी के मेधावी छात्र रहे है । श्री यादव हिंदी अंग्रेजी भोजपुरी मैथली मगही अंगिका बोलने में निपुण है .

Wednesday, 25 August 2010

Saturday, 8 May 2010

bigyapan

लालू प्रसाद यादव जिंदाबाद । राजद जिंदाबाद ।



हिन्दू - मुस्लिम एकता के प्रतीक , जातिगत जनगणना को लागू करवाने वाले, महिला आरक्षण बिल में संशोधन की मांग करने वाले, बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री और भारत के महानतम रेल मंत्री श्री लालू प्रसाद यादव जी के जन्म दिवस पर बिहार वासियों की ओर से हार्दिक शुभकामनाये । राष्ट्रीय जनता दल (राजद ) युग में बिहार को स्वर्ण युग में लाने वाले श्री लालू प्रसाद यादव जी द्वारा किये गए प्रमुख कार्य जिसे याद कर रहा पूरा बिहार ।
१। गरीब रथ चलाकर रेलवे को दिया नया आयाम ।
२।उन्होंने लगातार किराया घाटाया
3 रेलवे को पिछले पाँच वर्षों में कुल 90 हजार करोड़ रूपए से अधिक का मुनाफा कराया,
भारतीय रेलवे को मलेशिया के प्रोजेक्ट हेतु एक बिलियन डॉलर का काम मिला,
रेलवे की नौकरियों के लिए मुस्लिम सम्प्रदाय के लोगों का सम्मान करते हुए मदरसों की डिग्री स्वीकार करने का फैसला किया,
६ रेलवे कर्मचारियों के बेटों को नौकरी देने पर विचार,
७ वृद्ध महिलाओं को सभी श्रेणियों की टिकटों में छूट,
८ कुलियों को गैंगमैन के रूप में नियुक्ति,
9 रेलवे में उर्दू को बढ़ावा, छात्र/छात्राओं को मुफ्त मासिक सीजन टिकट,
10 रेलवे में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ बनाने की घोषणा,
11सुरक्षा हेतु 5700 सिपाहियों की भर्ती आदि।
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१३ रेलमंत्री राहत कोष से बिहार बाढ़ पीडितों के लिए 90 करोड़ रूपए दिए गए।
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Thursday, 6 May 2010

राजद श्रमिक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष श्री बबन यादव

श्रमिक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में सिरकत करते राजद श्रमिक प्रकोस्त के प्रदेश अध्यक्ष श्री एस एन यादव उर्फ़ बबन यादव ,प्रधान महासचिव रामकृपाल यादव प्रणाम करते हुए ।

Friday, 12 March 2010

पटना राजद के लोकप्रिय नेता श्री बबन यादव


पटना राजद के लालटेन




रामकृपाल यादव लालू प्रसाद यादव रामानंद यादव बबन यादव



















Monday, 22 February 2010

राजद नेता पटना श्री बबन यादव

पटना के राजद नेता गिरे हुए ऑटो को सीधा करते हुए ,

Friday, 29 January 2010

राजद नेता बबन यादव का बिहार बंद

बढती मूल्यों को अपनी भाषा मैं समझाते हुए , राजद नेता पटना बबन यादव

बब्बन यादव का बिहार बंद


बबन यादव का बिहार बंद


Tuesday, 5 January 2010

बबन यादव ने पुतला फुंका

टना के राजद नेता श्री बबन यादव ने
जमाखोरी और बढ़ते बाज़ार मूल्य के कारण
राज्य सरकार का पुतला फूंका ।

होली की बधाई